नई दिल्ली। ग्रामीण इलाकों में किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए एक नई खुशखबरी है। पशुपालन विभाग ने बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए नई योजना 20+1 शुरू की है। यह योजना खासतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। बकरी पालन को भारत में ‘गरीबों का बैंक’ कहा जाता है, क्योंकि यह कम लागत में अच्छी कमाई देता है। योजना के तहत छोटे किसान 20 बकरियां और 1 बकरा, या 40 बकरियां और 2 बकरे, या 100 बकरियां और 5 बकरे की यूनिट लगा सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इन पर 60% तक सब्सिडी मिलेगी। इससे किसानों को सस्ते में पशु मिलेंगे और जल्दी मुनाफा होगा। यह योजना राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत चल रही है और अगले दो साल तक चलेगी। पहले साल ही हजारों किसानों ने आवेदन किया है।
योजना की मुख्य विशेषताएं
नई बकरी पालन योजना छोटे किसानों को सशक्त बनाने का बड़ा कदम है। इसमें 20+1 यूनिट के लिए कुल लागत करीब 1.5 लाख रुपये है, जिसमें 60% सब्सिडी यानी 90 हजार रुपये सरकार देगी। इसी तरह 40+2 यूनिट पर 2.5 लाख की लागत में 1.5 लाख की मदद मिलेगी। 100+5 यूनिट के लिए 6 लाख रुपये खर्च होंगे, लेकिन सब्सिडी से बोझ कम हो जाएगा। योजना में प्रशिक्षण भी मुफ्त दिया जाएगा, ताकि किसान सही तरीके से पालन कर सकें। एससी-एसटी और महिलाओं को अतिरिक्त छूट मिलेगी। बकरियों की नस्लें जैसे बीटल, सिरोही या जैमनापुरी दी जाएंगी, जो अच्छा दूध और मांस देती हैं। सरकार का मकसद है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़े और आय दोगुनी हो।
लाभार्थी कौन हो सकते हैं?
यह योजना हर उस किसान के लिए है जो गांव में रहता है और अतिरिक्त कमाई का जुगाड़ ढूंढ रहा है। मुख्य शर्त यह है कि आपके पास थोड़ी जमीन हो, कम से कम 10वीं पास हों और पहले से बकरी फार्म न चल रहा हो। विधवाओं, दिव्यांगों और छोटे किसानों को पहले मौका मिलेगा। दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक खाता, जमीन के कागज और आय प्रमाण पत्र लगेंगे। योजना तीन आकारों में उपलब्ध है, ताकि हर कोई अपनी क्षमता के हिसाब से चुन सके। छोटी यूनिट से शुरुआत करने वाले पहले साल ही 50 हजार तक कमा सकते हैं। बड़ी यूनिट लगाने पर सालाना 2 लाख से ज्यादा मुनाफा संभव है।
नीचे दी गई तालिका में योजना के आकार और सब्सिडी का सरल विवरण है:
यूनिट का आकार | कुल लागत (लगभग, रुपये में) | सब्सिडी (60%, रुपये में) |
---|---|---|
20+1 | 1,50,000 | 90,000 |
40+2 | 2,50,000 | 1,50,000 |
100+5 | 6,00,000 | 3,60,000 |
यह तालिका से साफ है कि कम निवेश में बड़ा फायदा है।
आवेदन कैसे करें आसानी से?
आवेदन करना बहुत आसान है। सबसे पहले नजदीकी पशु चिकित्सालय या जिला पशुपालन कार्यालय जाएं। वहां फॉर्म भरें या ऑनलाइन dahd.nic.in पर रजिस्टर करें। आधार और बैंक डिटेल डालें, यूनिट का आकार चुनें। दस्तावेज अपलोड करें और सबमिट करें। एक हफ्ते में वेरिफिकेशन होगा। मंजूरी के बाद पैसे बैंक में आ जाएंगे। हेल्पलाइन नंबर 1800-180-5565 पर कॉल करके मदद लें। बिहार, उत्तर प्रदेश और हिमाचल जैसे राज्यों में यह योजना तेजी से चल रही है। जल्दी आवेदन करें, क्योंकि सीमित यूनिटें हैं।
योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल
इस नई योजना से गांवों में नया जोश आएगा। बकरी पालन से न सिर्फ मांस और दूध की आय होगी, बल्कि खाद और गोबर से खेती भी मजबूत होगी। पहले चरण में ही 5 हजार यूनिट बांटी गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे बेरोजगारी कम होगी और पोषण स्तर बढ़ेगा। चुनौतियां जैसे चारा की कमी हैं, लेकिन सरकार ट्रेनिंग से उनका हल निकालेगी। अगर आप किसान हैं, तो यह मौका हाथ से न जाने दें। बकरी पालन से अपना भविष्य संवारे।