नई दिल्ली। गरीबों और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 को शहरी इलाकों में शुरू कर दिया है। यह योजना 1 सितंबर 2024 से चल रही है और अगले पांच साल तक चलेगी। इसका मकसद है कि हर जरूरतमंद को पक्का घर मिले। अब तक पहली योजना में लाखों घर बन चुके हैं, लेकिन अभी भी कई परिवार इंतजार कर रहे थे। अब 2.0 वर्जन में एक करोड़ नए घर बनेंगे। खास बात यह है कि पात्र परिवारों को घर बनाने या खरीदने के लिए 2.50 लाख रुपये तक की सीधी मदद मिलेगी। यह रकम सब्सिडी के रूप में होगी, जो बैंक लोन पर ब्याज कम कर देगी। योजना के तहत महिलाओं, बुजुर्गों और झुग्गी वासियों को पहले मौका मिलेगा।
योजना की खास बातें समझें
प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 शहरी गरीबों के जीवन को आसान बनाने के लिए बनी है। इसमें घर न सिर्फ बनवाने की मदद है, बल्कि किराए पर भी सस्ते घर की व्यवस्था होगी। सरकार का कहना है कि यह सभी मौसमों में मजबूत पक्के घर होंगे। पहले चरण में 3.53 लाख घरों को मंजूरी मिल चुकी है। यह घर आंध्र प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे 10 राज्यों में बनेंगे। योजना में सफाईकर्मी, स्ट्रीट वेंडर, आंगनवाड़ी वर्कर और निर्माण मजदूरों को प्राथमिकता दी गई है। अगर आपका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और पास कोई पक्का घर नहीं है, तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है। योजना का फायदा लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
कौन ले सकता है लाभ?
यह योजना हर उस परिवार के लिए है जो शहरों में रहता है और घर का सपना देख रहा है। मुख्य शर्त यह है कि आपके या परिवार के किसी सदस्य के नाम पर पहले से पक्का मकान न हो। सालाना कमाई 3 लाख से 18 लाख तक होनी चाहिए। विधवा महिलाएं, दिव्यांग व्यक्ति और एससी-एसटी परिवारों को अतिरिक्त छूट मिलेगी। दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक पासबुक, आय प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण जरूरी हैं। अगर आपकी कमाई कम है, तो सब्सिडी ज्यादा मिलेगी। योजना में चार वर्ग हैं – ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी-1 और एमआईजी-2। इनके हिसाब से मदद की रकम बदलती है। नीचे दी गई तालिका में देखिए कि किस वर्ग को कितनी मदद मिलेगी:
वर्ग का नाम | सालाना आय सीमा (रुपये) | सब्सिडी राशि (अधिकतम) |
---|---|---|
ईडब्ल्यूएस | 3 लाख तक | 2.50 लाख |
एलआईजी | 3-6 लाख | 2.00 लाख |
एमआईजी-1 | 6-12 लाख | 1.50 लाख |
एमआईजी-2 | 12-18 लाख | 1.00 लाख |
यह तालिका योजना की मुख्य सहायता को आसान बनाती है।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
आवेदन करना बहुत सरल है। सबसे पहले pmaymis.gov.in या pmay-urban.gov.in पर जाएं। वहां ‘नया आवेदन’ पर क्लिक करें। अपना मोबाइल नंबर और आधार डालें। ओटीपी आएगा, उसे भरें। फिर फॉर्म में नाम, पता, आय विवरण भरें। दस्तावेज अपलोड करें। सबमिट करने के बाद आवेदन नंबर मिलेगा, उसे संभालकर रखें। स्टेटस चेक करने के लिए उसी नंबर से लॉगिन करें। अगर कोई दिक्कत हो, तो हेल्पलाइन 1800-11-6446 पर कॉल करें। ग्रामीण इलाकों के लिए अलग पोर्टल awaassoft.nic.in है। जल्दी आवेदन करें, क्योंकि सीटें सीमित हैं।
योजना से बदलाव की उम्मीद
इस योजना से शहरों में झुग्गियां कम होंगी और लोग सम्मान से रहेंगे। पहले चरण में ही 90 लाख से ज्यादा घर बन चुके हैं। अब 2.0 से लाखों परिवारों को फायदा होगा। सरकार ने तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाया है, ताकि काम तेज हो। लेकिन चुनौतियां भी हैं, जैसे जमीन की कमी। फिर भी, यह कदम गरीबी घटाने में बड़ा योगदान देगा। अगर आप योग्य हैं, तो आज ही आवेदन करें। अपना घर पाने का यह सही समय है।